Jabalpur News: रॉयल सिटी कॉलोनी में फायरिंग से हड़कंप, पुलिस ने मेडिकल अधिकारी को राइफल सहित हिरासत में लिया

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। भेड़ाघाट थाना क्षेत्र स्थित रॉयल सिटी कॉलोनी, चौकीताल में बुधवार देर रात फायरिंग की आवाजों से हड़कंप मच गया। अचानक गूंजती गोलियों की आवाज ने स्थानीय लोगों को दहशत में डाल दिया, जिसके बाद डायल-100 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची भेड़ाघाट पुलिस ने घटना की जांच शुरू की और एक युवक को राइफल और गोली के तीन खोखे के साथ हिरासत में लिया।

कॉलोनी के निवासियों ने पुलिस को बताया कि रात के समय अचानक गोलियों की आवाजें सुनाई दीं। पहले तो लोगों को समझ नहीं आया कि यह पटाखों की आवाज है या फिर वास्तव में गोलीबारी हो रही है। जब यह सिलसिला कुछ देर तक जारी रहा तो स्थानीय लोगों ने डर के मारे पुलिस को सूचित किया।

सूचना मिलते ही भेड़ाघाट पुलिस टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। जांच के दौरान पुलिस को एक घर के अंदर से राइफल और गोली के तीन खोखे बरामद हुए। पुलिस ने वहां मौजूद व्यक्ति की पहचान आदित्य तिवारी के रूप में की, जो मेडिकल अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी विभाग में पदस्थ अधिकारी हैं।

लाइसेंसी राइफल से चलाई गई थीं गोलियां

प्रारंभिक पूछताछ में आदित्य तिवारी ने पुलिस को बताया कि उनके पास जो राइफल है, वह लाइसेंसी है। हालांकि, उन्होंने गोलियां चलाने का कारण स्पष्ट रूप से नहीं बताया। पुलिस ने मौके से राइफल जप्त कर ली और आदित्य तिवारी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

पुलिस कर रही विस्तृत जांच

भेड़ाघाट थाना प्रभारी ने बताया कि फायरिंग की घटना को लेकर हर पहलू की गहन जांच की जा रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि आदित्य तिवारी ने फायरिंग किस मकसद से की और क्या उन्होंने किसी को डराने या धमकाने के लिए गोलियां चलाईं।

पुलिस अब फॉरेंसिक टीम की मदद से मौके पर मिले खोखों और अन्य सबूतों की जांच कर रही है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि क्या आदित्य तिवारी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है या फिर यह मामला महज लापरवाही से हुई फायरिंग का है।

रॉयल सिटी कॉलोनी के निवासियों में भय का माहौल

इस घटना के बाद से रॉयल सिटी कॉलोनी के निवासियों में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रिहायशी इलाकों में इस तरह की फायरिंग असुरक्षा की भावना पैदा करती है।

क्या हो सकती है कार्रवाई?

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यदि यह लाइसेंसी हथियार से अनुचित तरीके से फायरिंग करने का मामला पाया जाता है, तो आदित्य तिवारी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है। साथ ही, यदि फायरिंग के पीछे कोई आपराधिक मंशा पाई जाती है, तो उन पर गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।

फिलहाल, पुलिस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच कर रही है और मामले में आगे की कार्रवाई जल्द ही स्पष्ट हो जाएगी।

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