Bhopal News: हमीदिया अस्पताल में पोस्टमार्टम को लेकर हंगामा, परिजनों और डॉक्टर के बीच विवाद, मारपीट का केस दर्ज

दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में एक बुजुर्ग महिला की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम को लेकर बड़ा विवाद हो गया। डॉक्टर्स ने मरीज के परिजनों पर मारपीट का आरोप लगाया, वहीं परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

10-15 अज्ञात लोगों ने किया हमला

शिकायत के मुताबिक, फरियादी सूरज बंजारा अपने रिश्तेदारों के साथ अपनी दादी दौलीबाई बंजारा का शव लेने अस्पताल पहुंचे थे। डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव देने की बात कही, जिस पर परिजनों और अस्पताल प्रशासन के बीच बहस हो गई। इसी दौरान 10-15 अज्ञात युवक वहां पहुंचे और परिजनों से गाली-गलौज करने लगे। विरोध करने पर उन्होंने हाथ, मुक्कों और बेल्ट से हमला कर दिया, जिससे सूरज और उसके रिश्तेदारों को गंभीर चोटें आईं।

घटना के बाद पुलिस ने घायलों का मेडिकल परीक्षण कराया और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है।

डॉक्टर्स पर भी हमले के आरोप

वहीं, हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने भी कोहेफिजा पुलिस को एक शिकायत दी है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, घटना के दौरान हथियारों से लैस 30-40 लोग आईसीयू में घुस आए और वहां तैनात तीन डॉक्टरों पर हमला कर दिया। मारपीट में एक जूनियर डॉक्टर को सिर में चोट आई है।

जूडा ने की डॉक्टर्स की सुरक्षा की मांग

घटना के बाद जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (JUDA) के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप गुप्ता ने इस हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि अस्पताल परिसर में डॉक्टरों की सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। जूडा ने मांग की है कि –

अज्ञात लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई जाए।

अवैध एंबुलेंसों को परिसर से हटाया जाए।

सुरक्षा गार्ड्स की संख्या बढ़ाई जाए।

अस्पताल की बाउंड्रीवॉल पर कटीले तार लगाए जाएं।

NSUI ने सुरक्षा एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की

NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री से सुरक्षा एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तो NSUI प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी।

फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।

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