दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। राजधानी भोपाल की आदमपुर खंती में मंगलवार दोपहर भीषण आग लग गई। कचरे के पहाड़ में लगी इस आग से 50 फीट ऊंची लपटें उठने लगीं और धुआं 10 किलोमीटर दूर से नजर आया। आग की गंभीरता इस हद तक थी कि आसपास के मजदूर और गार्ड्स जान बचाकर भागे।
दोपहर एक बजे शुरू हुई आग, शाम तक काबू नहीं
दोपहर करीब 1 बजे खंती में पड़े कचरे में आग लगनी शुरू हुई, जो धीरे-धीरे विकराल रूप लेती चली गई। नगर निगम की दमकलें मौके पर पहुंचीं, पर शाम तक आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका।
आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ
जनपद सदस्य संतोष प्रजापति के अनुसार, "कचरे का धुआं आसपास के कई गांवों तक पहुंच गया है, जिससे लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है।"
पर्यावरणविद् सुभाष पांडे ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा, “पृथ्वी दिवस पर भोपाल नगर निगम की ये अद्भुत देन है। पिछले 18 महीने में यह 12वीं बार आग लगी है। आधा भोपाल इस वक्त जहरीली हवा की चपेट में है।”
हर साल लगती है आग, कोई स्थायी समाधान नहीं
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पर्यावरणविदों की मानें तो गर्मियों के मौसम में आदमपुर खंती में हर साल आग लगती है। फिर भी कोई स्थायी उपाय नहीं किया गया। हालात ऐसे बन गए हैं कि जब तक सारा कचरा न जल जाए, तब तक आग बुझाना मुश्किल है।
दमकलें जुटीं बुझाने में, पर खतरा बरकरार
नगर निगम की कई दमकलें आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन जहरीले धुएं और गर्म हवाओं के बीच यह कार्य चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।