दैनिक सांध्य बन्धु भोपाल। साइबर अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने चार साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी आरोपी सैयद परवेज हाशमी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर आरोप है कि वह खुद को बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेता था और ओटीपी हासिल कर उनके खातों से लाखों रुपये उड़ा लेता था।
ऐसे देता था ठगी को अंजाम
सैयद परवेज हाशमी दिल्ली के उत्तम नगर का निवासी है और उसने 12वीं तक पढ़ाई की है। पुलिस जांच में सामने आया कि वह एक फर्जी कॉल सेंटर चलाता था। वह खुद को भारतीय स्टेट बैंक का अधिकारी बताकर लोगों को कॉल करता, उनके क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का डर दिखाता और ओटीपी लेकर खाते से पैसे निकाल लेता।
भोपाल के डॉक्टर से उड़ाए थे 3.61 लाख
12 अगस्त 2020 को भोपाल निवासी डॉ. देवप्रिय शुक्ला के साथ इसी तरह की ठगी हुई थी। आरोपी ने उन्हें कॉल कर खुद को एसबीआई अधिकारी बताया और कार्ड ब्लॉक होने की बात कहकर ओटीपी ले लिया। इसके बाद उनके खाते से 3,61,999 रुपये उड़ा लिए गए। इस मामले में 20 अगस्त 2020 को केस दर्ज हुआ था।
टेक्नोलॉजी और निगरानी से मिली सफलता
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्रा, एसीपी पंकज श्रीवास्तव, डीसीपी अखिल पटेल और एडीसीपी शैलेन्द्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में साइबर टीम ने तकनीकी विश्लेषण और मैदानी जांच के जरिए आरोपी को ट्रेस किया। दिल्ली में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया गया। उसके पास से तीन मोबाइल, चार सिम कार्ड, एक एटीएम कार्ड और एक वाई-फाई राउटर बरामद हुआ है।
दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार
इस मामले में पहले भी दो आरोपी—जाकिर हुसैन और अनुज कुमार (निवासी अमरोहा, यूपी)—को गिरफ्तार किया जा चुका है। दोनों के खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी, जिसे उन्होंने निकाल लिया था।