दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। शहर के गोरखपुर क्षेत्र स्थित गोल्ड जिम में 18 अप्रैल को एक्सरसाइज के दौरान व्यापारी यतीश सिंघई (52) की मौत के मामले ने शनिवार को नया मोड़ ले लिया। मृतक के परिजन आज जिम पहुंचे और घटना का CCTV फुटेज दिखाने तथा यतीश के ट्रेनर से मिलने की मांग करने लगे। शुरुआत में जिम संचालक व मैनेजर ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
परिजनों का कहना था कि वे मौत को लेकर कोई आरोप नहीं लगा रहे, सिर्फ यह जानना चाहते हैं कि आखिर जिम में उस वक्त क्या हुआ था। लेकिन जिम संचालक ने बहाने बनाकर न तो फुटेज दिखाया और न ही ट्रेनर से मिलवाया, जिससे मामला गरमा गया।
फुटेज को लेकर जब बहस ज्यादा बढ़ गई तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। गोरखपुर थाना प्रभारी नितिन कमल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। बताया गया कि जिम संचालक पुलिस से भी उलझ पड़ा और अभद्र व्यवहार करने लगा, जिसके बाद पुलिस ने मौके से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया।
थाना प्रभारी के अनुसार परिजनों को किसी साजिश का शक नहीं था। वे केवल घटना का वीडियो देखना चाहते थे। पुलिस की समझाइश के बाद जिम संचालक फुटेज दिखाने को राजी हो गया और दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।हालांकि मामला सुलझा हुआ बताया जा रहा है, लेकिन इस घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है—क्या जिम जैसे स्थानों पर पारदर्शिता और जवाबदेही तय की जा रही है? और क्या फिटनेस संस्थान अपने मेंबर्स की सुरक्षा को लेकर पर्याप्त सजग हैं?