Jabalpur News: उपभोक्ताओं को सॉफ्टवेयर के जरिए लगाया जा रहा चूना : कांग्रेस

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। स्मार्ट मीटरों की कार्यप्रणाली एक बार फिर गंभीर सवालों के घेरे में है। लगातार सामने आ रही उपभोक्ता सर्विस क्रमांक 1811012126 की शिकायतें इस ओर इशारा कर रही हैं कि बिजली कंपनियाँ NGB सॉफ़्टवेयर के जरिए मीटर रीडिंग में हेराफेरी कर उपभोक्ताओं से मनमाना वसूली कर रही हैं।

मार्च 2025 बिल जमा करने की दिनांक 9- 4- 2025 के बिजली बिल में उजागर हुए एक ताज़ा मामले में उपभोक्ता के मीटर की रीडिंग बिल में 385 यूनिट दर्शाई गई, जबकि बिल तिथि पर वास्तविक मीटर रीडिंग मात्र 182.2 यूनिट थी। वर्तमान में मीटर 244. यूनिट दर्शा रहा है। यह स्पष्ट करता है कि उपभोक्ता को लगभग दुगनी यूनिट का बिल थमाया गया है।

यह वही तथाकथित "स्मार्ट" मीटर हैं, जिनकी गुणवत्ता और विश्वसनीयता को लेकर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। अब यह साफ हो चुका है कि इन स्मार्ट मीटरों के पीछे काम कर रहे सॉफ़्टवेयर में गड़बड़ियाँ हैं, जिनका उपयोग कर पिछले 2,3 वर्षों से बिजली कंपनी रिकॉर्ड राजस्व वसूली का दावा कर रही है – उपभोक्ताओं की जेब काटकर।

इस मामले में कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष अनुज श्रीवास्तव ने मांग की है कि स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनियां का काम तत्काल बंद कराया जाए एवं संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए। साथ ही, इस पूरे मामले की शिकायत माननीय विद्युत नियामक आयोग में की जाएगी, ताकि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके और उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा हो।

 कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने कहा की इस मुद्दे को जनहित से जुड़ा मानते हुए हर स्तर पर आवाज़ उठाएगी। जनता के साथ हो रही इस स्मार्ट ठगी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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