विराज यादव ने पत्र में लिखा है कि इस समय प्रदेश में स्कूल सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक संचालित हो रहे हैं, लेकिन बच्चों को सुबह 6 बजे घर से निकलना पड़ता है और शाम 6 बजे लौटना होता है, जिससे उन्हें करीब 12 घंटे तक भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इससे बच्चों में डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, हीट स्ट्रोक और फूड पॉइजनिंग जैसी स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।
उन्होंने लिखा कि कई विद्यालयों में पंखे और कूलर जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं और दूर-दराज़ से आने वाले बच्चों को यात्रा में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अस्पतालों में बच्चों की संख्या बढ़ने से भीड़ की स्थिति बन गई है, जो चिंता का विषय है।
यादव ने सुझाव दिया कि जहाँ संभव हो वहाँ ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएं और सभी स्कूलों को शुद्ध पेयजल, पंखे, कूलर और स्वास्थ्य शिविरों की अनिवार्य व्यवस्था करने के निर्देश दिए जाएं।
उन्होंने सरकार से अपील की कि बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और जल्द से जल्द स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों की घोषणा की जाए, ताकि बच्चों को राहत मिल सके।