दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर/Jabalpur। आदिवासी की जमीन को फर्जीवाड़े के जरिए हड़पने के गंभीर आरोपों में फरार चल रहे पत्रकार गंगा पाठक (Ganga Pathak) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिला पुलिस ने अब इस मामले में बड़ा कदम उठाते हुए गंगा पाठक की गिरफ्तारी में सहयोग करने वालों को ₹20,000 का इनाम देने की घोषणा की है।
एसपी संपत उपाध्याय ने की इनाम की घोषणा
जबलपुर पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने फरार आरोपियों की सूची जारी करते हुए यह घोषणा की कि ऐसे सभी आरोपियों की सूचना देने पर नगद इनाम दिया जाएगा। इसी सूची में वरिष्ठ पत्रकार गंगा पाठक का नाम भी शामिल किया गया है। इससे पहले गंगा पाठक पर ₹5,000 का इनाम घोषित था, जिसे अब बढ़ाकर ₹20,000 कर दिया गया है।
पत्नी और बेटा भी है फरार, पुलिस कर रही तलाश
इस मामले में गंगा पाठक के साथ-साथ उनकी पत्नी और बेटा भी आरोपी हैं, जो इस समय फरार हैं। पुलिस द्वारा लगातार उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है, लेकिन अब तक दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी को भी इन फरार आरोपियों की सूचना मिलती है तो वे तुरंत नजदीकी थाने में सूचना दें, जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
आदिवासी अधिकारों का हो रहा हनन
गौरतलब है कि यह मामला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर है, बल्कि यह आदिवासी समुदाय के अधिकारों के सीधे हनन से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि गंगा पाठक और उनकी पत्नी ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से एक आदिवासी व्यक्ति की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी। इस पर पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ और जांच के बाद दोनों को आरोपी बनाया गया।