Jabalpur News: कचरा डंपिंग यार्ड में मिला था मानव पैर सुबह, दफनाने के बाद रात को निकलवाया गया

दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। तिलवारा थाने के पास नगर निगम के कचरा डंपिंग स्टेशन में शुक्रवार सुबह एक कटा हुआ मानव पैर मिलने से सनसनी फैल गई। क्षेत्रीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और नगर निगम स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में मानव अंग को दफना दिया। लेकिन जब यह बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंची तो रात में पैर को दोबारा निकलवाया गया और जांच के लिए मेडिकल अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह अंग मेडिकल कॉलेज से संबंधित किसी लावारिस मरीज का हो सकता है, जिसका पैर किसी बीमारी या ऑपरेशन के चलते कटा हो और गलती से कचरे के साथ डंपिंग स्टेशन पहुंच गया हो। 

हालांकि स्थानीय लोग इस पूरे मामले को संदिग्ध मान रहे हैं और जांच की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना जांच और फॉरेंसिक जांच के ऐसे मानव अंग को दफनाना बेहद गैरजिम्मेदाराना कदम था। कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि घटना को दबाने की कोशिश की गई, जिससे मामला और ज्यादा संदेहास्पद हो गया। डंपिंग यार्ड के पास रहने वाले लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में तेज़ दुर्गंध फैली हुई थी, जिससे आम लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो रहा था। 

जब कचरे में कुछ लोगों को मानव जैसा अंग दिखा तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने पुष्टि की कि वह कटा हुआ मानव पैर है। पुलिस अब आसपास के थानों और अस्पतालों से संपर्क कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हाल ही में किसी लावारिस व्यक्ति का इलाज हुआ था या नहीं। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि कहीं यह कोई आपराधिक मामला तो नहीं है। इस पूरे घटनाक्रम में नगर निगम और पुलिस की त्वरित कार्रवाई अब सवालों के घेरे में है। बिना मेडिकल परीक्षण और फॉरेंसिक रिपोर्ट के मानव अंग को दफनाना और बाद में दोबारा निकलवाना, प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।

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