दैनिक सांध्य बन्धु ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित ट्रांजिट विजिट से पहले ग्वालियर पुलिस ने एक्शन मोड में आकर समर सीजन की पहली बड़ी कॉम्बिंग गश्त को अंजाम दिया। मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात चलाए गए इस अभियान में पुलिस ने 227 बदमाशों को पकड़ा, जिनमें से कई पर स्थायी और गिरफ्तारी वारंट जारी थे। साथ ही 450 संदिग्धों को चेक किया गया, जो फिलहाल अपराध से दूरी बनाए हुए हैं।
पुलिस ने देर रात सड़कों पर घूम रहे संदिग्धों से पूछताछ की और करीब 20 आवारागर्दों को थानों में लाकर उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
हर थाने में बनी थी विशेष टीम
वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए शहर से लेकर देहात तक हर थाने में विशेष पुलिस टीम बनाई गई थी, जिसकी मॉनिटरिंग एएसपी, सीएसपी और एसडीओपी स्तर के अधिकारियों द्वारा की गई। पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने पहले से ही आदेश जारी कर दिए थे कि गश्त में शामिल जवान चुस्त-दुरुस्त और सतर्क रहें, ताकि कोई भी बदमाश चकमा देकर न भाग पाए।
मोबाइल बंद, फोकस ऑन मिशन
कॉम्बिंग के दौरान सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने मोबाइल बंद रखने के निर्देश दिए गए थे, ताकि ध्यान पूरी तरह ऑपरेशन पर केंद्रित रहे।
होटल, लॉज, धर्मशालाओं में भी चेकिंग
गश्त समाप्त होने के बाद पुलिस ने शहर के होटल, लॉज और धर्मशालाओं में ठहरे लोगों की जांच की। वहां रह रहे व्यक्तियों की पहचान और उनके दस्तावेजों की पुष्टि की गई।
एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा: "बदमाशों की असली जगह जेल है। हम उन्हें चैन से सिर्फ वहीं रहने देंगे, ताकि जनता चैन से रह सके। एक भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।"