दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। करोड़ों के गबन की दो बड़ी वारदातों ने प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जबलपुर में संपरीक्षा विभाग का बाबू संदीप शर्मा 7 करोड़ रुपए का गबन कर एक महीने से फरार है, जबकि पाटन नगर परिषद का कंप्यूटर ऑपरेटर सोमेश गुप्ता 60 लाख रुपए की हेराफेरी के बाद अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। दोनों आरोपियों पर जबलपुर एसपी ने 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।संदीप शर्मा और सोमेश गुप्ता
सॉफ्टवेयर की खामी का उठाया फायदा, वेतन बढ़ाकर किए करोड़ों के गबन
संदीप शर्मा ऑडिट विभाग में सहायक ग्रेड-3 पर कार्यरत था। उसे सैलरी सॉफ्टवेयर की तकनीकी जानकारी थी, जिसका फायदा उठाकर उसने पहले अपनी सैलरी 44 हजार से बढ़ाकर 4.44 लाख रुपए कर दी। जांच में सामने आया कि संदीप ने एक साल में सैलरी के जरिए 55 लाख रुपए का गबन किया। इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों की ग्रेच्युटी में हेराफेरी कर बाकी रकम गबन की।
पुलिस की नाक के नीचे से हुआ फरार, बहन के घर में छिपा था संदीप
पुलिस को संदीप की एकमात्र फोटो के आधार पर तलाश जारी है। 15 दिन पहले वह ग्वारीघाट स्थित बहन के सुखसागर आवास में छिपा मिला, लेकिन पुलिस पहुंचने से पहले ही भाग निकला।
60 लाख की हेराफेरी कर भागा पाटन नगर परिषद का ऑपरेटर
पाटन नगर परिषद के कंप्यूटर ऑपरेटर सोमेश गुप्ता ने 2023-24 में ऑफलाइन टैक्स वसूली के दौरान फर्जी रसीदें काटीं और वसूली गई राशि अपने निजी खाते में जमा की। जब ई-नगर पालिका का सर्वर चालू हुआ, तब घोटाले का खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि उसने 2018 से 2024 तक कुल 60 लाख से अधिक की राशि हड़पी, जिसमें से 8.60 लाख रुपए पत्नी के खाते में ट्रांसफर किए गए।
भाई है भाजपा का पूर्व पार्षद, पुलिस को नहीं मिल रहा सोमेश
सोमेश गुप्ता का भाई भाजपा का पूर्व पार्षद है। पुलिस को कुछ दिन पहले सोमेश पाटन की एक बैंक में दिखा था, लेकिन अब तक वह गिरफ्त से बाहर है। उसके भाई ने परिषद अधिकारियों से कहा था कि पुलिस बुलाएगी तो वह थाने पहुंच जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
SP बोले- बनेगी विशेष टीम, जल्द होगी गिरफ्तारी
एसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज है और आरोपियों पर इनाम घोषित कर गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई जा रही है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।