Gwalior News: आंगन में खेल रहे मासूम पर आवारा कुत्ते का हमला; डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर बचाई आंख, चेहरे पर लगे 150 टांके

दैनिक सांध्य बन्धु ग्वालियर। शहर और आसपास के इलाकों में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला शिवपुरी के श्रीपुर गांव का है, जहां आंगन में खेल रहे 4 साल के मासूम पर एक आवारा कुत्ते ने जानलेवा हमला कर दिया। मासूम की आंख, भौं और कान पर गहरे जख्म हो गए। जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में शुक्रवार को दो घंटे तक चले ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने उसकी आंख बचा ली और 150 टांके लगाए।

पीड़ित बच्चे के पिता सुवेंद्र चिराड़ ने बताया कि घटना के वक्त उनका बेटा घर के बाहर खेल रहा था और पत्नी वहीं पास में खड़ी थी। अचानक एक कुत्ता दौड़ता हुआ आया और बच्चे के चेहरे पर झपट पड़ा। उन्होंने कहा, "जब मैंने देखा तो बेटे का चेहरा कुत्ते के जबड़े में था, अगर पत्नी समय पर न दौड़ती तो शायद कुत्ता उसे खींचकर ले जाता।"

हमले में बच्चे का एक कान तक लटक गया था। प्रारंभिक इलाज के तौर पर ट्रॉमा सेंटर में 15 टांके लगाए गए थे। बाद में उसे सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में रेफर किया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उसकी सर्जरी की।

3 दिनों में 250 से अधिक डॉग बाइट केस

ग्वालियर में डॉग बाइट की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। बीते मंगलवार से शुक्रवार के बीच तीन अस्पतालों में 256 मरीज डॉग बाइट की शिकायत लेकर पहुंचे। इनमें से जेएएच के पीएसएम विभाग में 103, जिला अस्पताल मुरार में 96 और सिविल अस्पताल हजीरा में 57 केस दर्ज हुए।

बदलते मौसम में बढ़ रहा डॉग एग्रेसन

वरिष्ठ पशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आशीष उपाध्याय के मुताबिक, गर्मी का मौसम डॉग्स के प्रजनन का समय होता है। इस दौरान वे अधिक आक्रामक हो जाते हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि डॉग्स से दूरी बनाए रखें और घर के आसपास उनके लिए पानी की व्यवस्था करें।

प्लास्टिक सर्जरी जरूरी थी, लेकिन हालत गंभीर थी : डॉक्टर

बच्चे की सर्जरी करने वाले डॉ. चित्रांगद चौधरी ने बताया कि बच्चे की हालत गंभीर थी, इसलिए तत्काल ऑपरेशन करना पड़ा। प्लास्टिक सर्जन की अनुपस्थिति में उन्होंने ही सर्जरी की। बच्चा अभी मेडिसिन वार्ड में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

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