दैनिक सांध्य बन्धु जबलपुर। मानेगांव-मोहनिया क्षेत्र की महिलाओं ने शराब दुकान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार और शुक्रवार को दो दिनों तक लगातार धरना देकर महिलाओं ने स्पष्ट कर दिया कि वे किसी भी कीमत पर अपने इलाके में शराब दुकान नहीं चलने देंगी।
चार दिन पहले जिस शराब दुकान को भाजपा के मंडल अध्यक्ष और चार पार्षदों ने मिलकर बंद करवाया था, वह कुछ ही घंटों बाद दोबारा खोल दी गई। जब प्रशासन ने लोगों की बातों को नजरअंदाज किया तो हिंदू संगठन की महिला कार्यकर्ता प्रीति धनधारिया ने स्थानीय महिलाओं के साथ मिलकर धरना शुरू कर दिया।
"मंदिर और स्कूल के पास शराब दुकान"
प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का कहना है कि शराब दुकान एक रहवासी बस्ती में स्थित है, जहां से महिलाएं और बच्चे रोजाना गुजरते हैं। इसके आसपास मंदिर और स्कूल भी हैं, ऐसे में दुकान का यहां होना सामाजिक दृष्टि से बेहद गलत है।
प्रशासन से नहीं मिली राहत
गुरुवार को महिलाएं दुकान पर तालाबंदी कर बैठ गईं। मौके पर पहुंचे आबकारी विभाग के अधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन महिलाएं अड़ी रहीं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि दो दिनों के भीतर शराब दुकान नहीं हटाई गई, तो उग्र आंदोलन होगा।
विधायक ने दिया आश्वासन
धरने की जानकारी मिलने पर स्थानीय कैंट विधायक अशोक रोहाणी ने मौके पर पहुंचकर महिलाओं को भरोसा दिलाया कि जल्द दुकान को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इसके बावजूद महिलाओं का कहना है कि यदि आश्वासन पर अमल नहीं हुआ, तो दोबारा आंदोलन तेज किया जाएगा।
एकजुटता की मिसाल बनीं मोहनिया की महिलाएं
यह आंदोलन केवल शराब दुकान के खिलाफ नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतना का प्रतीक बनकर उभरा है। महिलाओं की एकजुटता ने प्रशासन को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।